Railways has 13,000 'absentee' employees, will terminate services
The railways had launched a drive to improve performance of the organisation and boost the morale of sincere and diligent employees.
The Indian Railways has identified more than 13,000 employees in its ranks who are on "unauthorised" leave for a long time and initiated disciplinary action to terminate their services, it said Friday.
The railways had launched a drive to improve performance of the organisation and boost the morale of sincere and diligent employees. The action is part of that campaign.
"A massive drive to identify long-term absentees in various establishments of Railways has been initiated. As a result of the drive, more than 13,000 employees out of about 13 lakh employees were found to be on unauthorised absence for a long time," the railways said in a statement.
The establishment has initiated disciplinary action under the rules to terminate the service of such absentees.
"Railways have instructed all officers and supervisors to weed out these employees from the employees’ rolls after following due process," the statement stated.
Hindi Version
ऐसे रेल कर्मचारी, जो लंबे समय से बिना किसी अनुमति के अनुपस्थित चल रहे हैं, या फिर सरकारी नौकरी के नाम पर बिना उपस्थिति दर्ज कराएं, मौज काट रहे हैं, उनके ऊपर अब रेल मंत्रालय का डंडा चलने वाला है. दरअसल, भारतीय रेलवे ने ऐसे 13,000 कर्मचारियों की पहचान की है जो कि लंबे समय से 'अनाधिकृत' रूप से अनुपस्थित चल रहे हैं. इन कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करने की अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गई है.
रेलवे के बयान में कहा गया है कि मंत्रालय ने संगठन का प्रदर्शन बेहतर करने और निष्ठावान व मेहनती कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाने के लिए एक अभियान शुरू किया था. यह कार्रवाई इसी अभियान का हिस्सा है.
इसके अनुसार, 'रेलवे के विभिन्न प्रतिष्ठानों में लंबे समय से अनुपस्थित कर्मचारियों की पहचान करने के लिए एक व्यापक अभियान शुरू किया गया. इस अभियान के परिणाम में रेलवे ने अपने लगभग 13 लाख कर्मचारियों में से 13 हजार से भी अधिक ऐसे कर्मचारियों की पहचान की है, जो लंबे समय से अनाधिकृत तौर पर अनुपस्थित हैं.' इसके अनुसार रेलवे ने इन अनुपस्थित कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करने के लिए नियमों के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की है.
रेलवे ने सभी अधिकारियों और पर्यवेक्षकों को उचित प्रक्रिया पर अमल के बाद कर्मचारियों की सूची से इनका नाम हटाने का निर्देश दिया है.
The railways had launched a drive to improve performance of the organisation and boost the morale of sincere and diligent employees.
The Indian Railways has identified more than 13,000 employees in its ranks who are on "unauthorised" leave for a long time and initiated disciplinary action to terminate their services, it said Friday.
The railways had launched a drive to improve performance of the organisation and boost the morale of sincere and diligent employees. The action is part of that campaign.
"A massive drive to identify long-term absentees in various establishments of Railways has been initiated. As a result of the drive, more than 13,000 employees out of about 13 lakh employees were found to be on unauthorised absence for a long time," the railways said in a statement.
The establishment has initiated disciplinary action under the rules to terminate the service of such absentees.
"Railways have instructed all officers and supervisors to weed out these employees from the employees’ rolls after following due process," the statement stated.
Hindi Version
ऐसे रेल कर्मचारी, जो लंबे समय से बिना किसी अनुमति के अनुपस्थित चल रहे हैं, या फिर सरकारी नौकरी के नाम पर बिना उपस्थिति दर्ज कराएं, मौज काट रहे हैं, उनके ऊपर अब रेल मंत्रालय का डंडा चलने वाला है. दरअसल, भारतीय रेलवे ने ऐसे 13,000 कर्मचारियों की पहचान की है जो कि लंबे समय से 'अनाधिकृत' रूप से अनुपस्थित चल रहे हैं. इन कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करने की अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गई है.
रेलवे के बयान में कहा गया है कि मंत्रालय ने संगठन का प्रदर्शन बेहतर करने और निष्ठावान व मेहनती कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाने के लिए एक अभियान शुरू किया था. यह कार्रवाई इसी अभियान का हिस्सा है.
इसके अनुसार, 'रेलवे के विभिन्न प्रतिष्ठानों में लंबे समय से अनुपस्थित कर्मचारियों की पहचान करने के लिए एक व्यापक अभियान शुरू किया गया. इस अभियान के परिणाम में रेलवे ने अपने लगभग 13 लाख कर्मचारियों में से 13 हजार से भी अधिक ऐसे कर्मचारियों की पहचान की है, जो लंबे समय से अनाधिकृत तौर पर अनुपस्थित हैं.' इसके अनुसार रेलवे ने इन अनुपस्थित कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करने के लिए नियमों के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की है.
रेलवे ने सभी अधिकारियों और पर्यवेक्षकों को उचित प्रक्रिया पर अमल के बाद कर्मचारियों की सूची से इनका नाम हटाने का निर्देश दिया है.
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